अफवाहो� पर विरा�, केबल ने कह�- ब्रिटे� व्यवसा� के लि� खुला है
ब्रिटे� के व्यवसा� मंत्री श्री विन्� केबल ने अपनी भारत यात्रा के दौरा� संदे� दिया- ‘ब्रिटेन व्यवसा� के लि� खुला है� और इससे इस अफवा� को विरा� मिला कि यूके भारती� छात्रो� का स्वागत नही� कर रहा।

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भारती� छात्रो� की गिरती संख्या मे� सुधा� लाने तथ� यूके मे� बिजनेस निवे� को प्रोत्साहि� करने के लि� व्यवसा� मंत्री नए उपायों की घोषण� करेंगे�
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भारती� कंपनी ऐमटे� ऑट� किडरमिंसटर मे� एक नए फाउंड्री मे� £23 मिलियन का निवे� करेगी, जिसस� 500 नई ब्रिटि� नौकरियों का सृजन होगा�
विन्� केबल 10 अक्टूब� 2014 से अपनी एक हफ्त� की भारत यात्रा पर है�, जहां वे इस बा� का खंडन करेंगे कि यूके भारती� छात्रो� का स्वागत नही� कर रह� है और यह संदे� प्रसारित करेंगे कि ‘ब्रिटेन व्यवसा� के लि� खुला है’।
ब्रिटे� के विश्वविद्यालयो� मे� अंतर्राष्ट्री� छात्� सालाना लगभग £3 बिलियन का मूल्� सृजि� करते है� तथ� ब्रिटि� अर्थव्यवस्था के लि� महत्वपूर्ण कौशल प्रदान करते है�, हालांक� हा� के वर्षों मे� अध्ययन करने के लि� ब्रिटे� आन� वाले भारती� अंतरस्नातकों तथ� उत्तरस्नातको� की संख्या मे� उल्लेखनी� कमी आई है�
दिल्ली मे� फेडरेश� ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एं� इंडस्ट्री मे� अपने एक भाषण मे� विन्� केबल यूके के विश्वविद्यालयो� मे� पढ़ने वाले भारती� छात्रो� के मूल्यवान योगदान का जिक्� करेंगे�
डॉ. केबल ने कह�:
भारत की पहली प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी से लेकर लन्द� मे� ओलंपिक पार्� मूर्तिका� अनी� कपूर तक, ब्रिटे� के विश्वविद्यालयो� ने भारत के कु� सर्वाधिक प्रतिष्ठित तथ� प्रतिभाशाली स्नातकों को तैया� किया है, और मै� चाहत� हू� कि यह विरासत आग� भी जारी रहे। विदेशी छात्रो� की संख्या पर किसी प्रकार की पाबंदी � होने और ग्रे� अवार्ड्स जैसी छात्रवृत्त� योजन� के सा�, भारती� छात्रो� को हमार� विश्वस्तरी� विश्वविद्यालयो� से ला� उठान� के द्वा� खुले हैं।
यह एक अल्पकालि� प्रस्ताव नही� है� यूके के नियोक्ताओं की ओर से उच्च स्तर के कौशल युक्� भारती� स्नातकों की भारी मांग है तथ� जो छात्� ग्रैजुएट स्तर का रोजगार प्राप्� करते है� वे अपने अध्ययन पूरा करने के बा� यहां आग� भी ठह� सकते हैं।
दिल्ली मे� विन्� केबल यूके मे� अधिक संख्या मे� भारती� छात्रो� को आन� के लि� प्रोत्साहि� करने के उपायों की घोषण� करेंगे:
- ग्रे� स्कॉलरशिप्� प्रोग्रा� के जरिए भारती� छात्रो� के लि� स्कॉलरशिप्� की सबसे अधिक संख्या� 2015 मे� 396 नए स्कॉलरशि� का प्रस्ताव दिया जाएग�, जो यूके के 57 संस्थानो� मे� कई प्रकार के अंडर-ग्रैजुएट तथ� पोस्�-ग्रैजुएट पाठ्यक्रमो�, जैसे कि इंजीनियरिं� तथ� आइटी के अध्ययन के लि� होगा�
- एजुकेश� यूके ऐलम्ना� का आरंभ, जो यूके के संस्थानो� के भारत के उन भूतपूर्व छात्रो� को पुरस्कृत करेग� जिन्होंन� भारत वापस लौटन� पर अह� प्रभाव छोड़े है�, जिसक� तह� उन्हें उनके मौजूदा पेशो� से जुड़े यूके की अध्ययन यात्रा की लागत का भुगतान किया जाएगा।
वे कु� £33 मिलियन निवे� की भी घोषण� करेंगे, जो भारत के सा� यूके के कारोबारी रिश्तो� को मजबू� बनाएगा� जिनमें शामि� है�:
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भारती� कंपनी ऐमटे� ऑट� किडरमिंस्ट� मे� एक नए फाउंड्री मे� निवे� करेगी, जहां जगुआ� लैंड रोवर तथ� फोर्� की ऑट� पार्� की जरूरतो� को पूरा किया जाएग� तथ� कोवेंट्री तथ� एसेक्स मे� मौजूदा यूके के निर्मा� संयंत्रो� से आग� विस्ता� किया जाएगा। £23 मिलियन के आरंभिक निवे� से 2018 तक 500 नए रोजगार पैदा होंगे।
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ब्रिटि� डेंट� कंपनी प्राइम� डेंट� भारत के उत्तरी हिस्से मे� एक सेल्� तथ� वितर� केंद्र खोलन� के लि� £10 मिलियन का निवे� कर रही है� प्राइम� एशिय� भारत तथ� इस उप-महाद्वी� के डेंट� पेशेवरों को खांच� उपलब्ध कराती है�
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यूके की टे� कंपनी ब्लिपर इंडिया ब्लिपर का लॉन्� करने जा रही है� ब्लिपर संवर्धित रिएलिटी मे� एक अग्रणी कंपनी है, जो उपभोक्ताओं को स्मार्टफोनों तथ� वियरेबल्� के जरिए लाइफ इमेजेस तथ� उत्पाद देती है� यह कंपनी अपना पहला एशिय� ऑफिस दिल्ली मे� खोलन� जा रही है�
डॉ. केबल ने कह�:
ब्रिटे� तथ� भारत ने लंबे सम� से एक मजबू�, सहयोगात्मक व्यावसायिक संबंधो� को बढ़ाव� दिया है, जिसे इस तथ्य के आलोक मे� देखा जा सकता है कि हम जी20 मे� उनके सबसे बड़� निवेशक है�, जो उनके वार्षि� निवे� के 30% की हिस्सेदारी रखते है�, वही� भारत किसी भी अन्य दे� की तुलन� मे� यूके मे� सबसे अधिक निवे� करता है�
सरका� की औद्योगिक रणनीति कारोबारियो� को निवे� बढ़ान�, यूके मे� अधिक उच्च कौशल युक्�, दीर्घकालिक रोजगारों के लि� आत्मविश्वा� पैदा कर रही है� इसलि� मुझे खुशी है कि ऐमटे� सबसे हा� की भारती� कंपनी है जो यूके मे� निवे� का विस्ता� कर रही है, जिसस� किडरमिंस्ट� मे� 500 नई नौकरियों का सृजन होगा�
ऐमटे� ऑट� को जगुआ� लैंड रोवर की सफलत� से ला� पहुंचा है, जो भारती� निवे� का शुक्रगुजार है, जिसन� पिछल� 3 वर्षों मे� 11,000 नई नौकरियों का सृजन किया है�
डॉ. केबल भारत के अग्रणी प्रौद्योगिकी तथ� विज्ञा� संस्था�, बीआइटीएस पिलानी के के.के बिड़ल� के गोवा कैम्पस मे� 300 छात्रो� को तथ� हैदराबाद � दिल्ली कैम्पसों के छात्रो� को भी वीडियो लिंक के जरिए संबोधि� करेंगे�
इस यात्रा मे� यूके के अग्रणी विश्वविद्यालयो� तथ� प्रौद्योगिकी कंपनियों का एक शिष्टमंड� भी श्री केबल के सा� होगा� इसमे� शामि� है:
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एमआइआर� टेक्नॉलॉजी�, ऐडवांस्ड इंजीनियरिं� टेक्नॉलॉजी� कंसल्टेंसी, वार्विकशाय�
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डेल्कै�, त्रिविमी� डिजाइन के लि� CADCAM सॉफ्टवेय� के डेवलपर तथ� सप्लाय�, बर्मिंघम
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पी� पोर्ट्�, लिवरपू�
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� डिजाइन काउंसि�, लंदन
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किंग्स कॉले� लंदन�
ब्रिटे� अपने यहां के छात्रो� को अध्ययन के लि� भारत भेजन� के लि� प्रोत्साहन देने के लि� भी उत्सुक है� अगस्� 2014 मे� भारत की एक यात्रा पर उप-प्रधान मंत्री नि� क्ले� ने जेनरेश� यूके-इंडिया प्रोग्रा� की घोषण� की थी जो 25,000 यूके छात्रो� को अगले 5 वर्षों मे� भारत मे� पढ़ने के लि� प्रोत्साहि� करेगा। डॉ. केबल नवम्बर 2014 मे� प्रोग्रा� के लॉन्� से पहले इस आश� की पुष्टि करेंगे�
गोवा, पुणे तथ� चेन्नई मे� मंत्रियो� तथ� भारती� � यूके के कारोबारियो� से मिलन� से पहले वे दिल्ली से अपनी यात्रा का आरंभ करेंगे�
दिल्ली मे� वे कैटलिस्ट निर्माता जॉन्सन मैथी के अत्याधुनिक संयंत्� की यात्रा करेंगे, जहां वे यूके परिचाल� द्वारा भारत मे� विकसित कैटलिटिक कंवर्ट� के 2 करोड़ 50 लाखवी� इकाई का जायज� लेंगे।
गोवा मे� वे ब्रिटि� बिजनेस ग्रु� तथ� स्थानी� भारती� कारोबारी समूहों के सा� मुलाका� कर यूके तथ� गोवा के बी� संबंधो� को बढ़ाव� देंगे।
उनकी चेन्नई यात्रा मे� शामि� है- अशोक लीलैंड कारखान� का एक दौरा� इस संयंत्� मे� 5,000 कर्मचारी का� करते है� तथ� यह यूके-स्थि� हिंदुज� समूह का प्रमुख परिचाल� है, जो दुनिया की चौथी सबसे बड़ी बस निर्माता कंपनी है�
चेन्नई यात्रा के दौरा� वे एसएम� रिसर्च एं� डेवलपमें� के एक नए केंद्र का उद्घाट� करेंगे, जो यूकेआइईआरआ� प्रॉजेक्� से संचालि� होता है� श्री केबल अन्न� यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर, छात्� से भी मुलाका� करेंगे, जिसक� यूके के संस्थानो� के सा� मजबू� तथ� विकासशी� अनुसंधान रिश्ते रह� हैं।
संपादकों के लि� नोट्�
1.यूके-भारत संबं�, सह� रू� से एक द्विपक्षी� रिश्ता है, जो दोनो� देशो� के लि� अहमियत रखता है� मुख्� तथ्य:
- भारत के सा� यूके का व्यापा� बढ़ रह� है� दोनो� देशो� मे� आर्थिक मंदी के बावजूद हमने 2009 मे� से £11 बिलियन के व्यापा� को बढ़ाक� 2013 मे� £16.4 बिलियन कर दिया है�
- यूके की कंपनियां भारत मे� जमकर निवे� कर रही हैं। यूके भारत मे� सबसे बड़� जी20 निवेशक है: जहां 2000 तथ� 2014 के बी� यूके ने $20.7 बिलियन का निवे� किया और पिछल� वर्ष $3.2 बिलियन का निवे� किया गय�, जो जापा� और यूएस (दूसर� तथ� तीसर�) को सा� मिलाकर भी बड़� है�
- भारत यूके मे� निवे� कर रह� है: 2012 मे� £240 मिलियन नए भारती� निवे� और £2.1 बिलियन का स्टॉ� (रू� £1.2, ची� £1.1 बिलियन), तथ� संयोजि� रू� से शे� ईय� मे� कि� निवे� से कही� अधिक भारती� निवेश।
- यूके मे� भारती� निवे� से रोजगार का सृजन: वर्ष 2013 मे� यूके ने भारत के 74 नए प्रॉजेक्टो� को आकर्षि� किया, जिनस� 4,482 रोजगारों का सृजन हुआ। यूके मे� निर्मा� क्षेत्� मे� टाटा सबसे बड़ी नियोक्ता कंपनी है, जहां 45,000 स्टा� का� करते हैं।